उम्र 14 साल, फिजिक्‍स में पीएचडी कर रहा है इलियट

नयी दिल्‍ली । 14 साल की उम्र में बच्‍चे सिर्फ खेलने-कूदने की बात करते हैं। वे हाईस्‍कूल भी नहीं पास कर पाते हैं। कॉलेज और यूनिवर्सिटी तो दूर की बात है। लेकिन, इसी उम्र में एक बच्‍चा पीएचडी कर रहा है। वो भी फिजिक्‍स जैसे मुश्किल सब्‍जेक्‍ट में। इस किशोर बच्‍चे का नाम इलियट टैनर है। इलियट यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा से अपनी डिग्री पूरी कर रहा है। यूनिवर्सिटी में इलियट के साथी कम ही हैं। जो हैं वो इलियट से उम्र और तजुर्बे में काफी बड़े हैं। उनका इसी साल पीएचडी के लिए यूनिवर्सिटी में दाखिला हुआ है। इलियट के लिए इससे बड़ी खुशी की और कोई बात नहीं है। परिवार को पूत के पांव पालने में ही दिखने लगे थे। स्‍कूल से कॉलेज और इसके बाद यूनिवर्सिटी तक की सीढ़‍ियां इलियट ने दनदनाते हुए पार की हैं। 13 साल की उम्र में इलियट ने ग्रेजुएशन पूरा कर लिया था।
इलियट ने अपने कॉलेज कॅरियर की शुरुआत सिर्फ 9 साल की उम्र में की। तब उन्होंने मिनेसोटा के ब्लूमिंगटन में अपने स्थानीय सामुदायिक कॉलेज में क्‍लासेज लेना शुरू किया। शुरू में अपने साथ क्‍लास में इलियट को देखकर दूसरे छात्र चौंक गए थे। उन्‍हें लगा कि यह बच्‍चा उनकी क्‍लास में क्‍या करने चला आया है। हालांकि, धीरे-धीरे उन्‍हें यह एहसास हुआ कि भले इलियट की उम्र बहुत कम है। लेकिन, योग्‍यता में वह उनसे कहीं भारी है।
क्‍लास में घुसने पर देखते रह जाते थे दूसरे विद्यार्थी
इलियट कई बार इस अनुभव को शेयर कर चुके हैं। वह बताया करते हैं कि एक दो हफ्ते तक तो स्‍टूडेंट सिर्फ उन्‍हें निहारते रह जाते। उन्‍हें यकीन नहीं होता कि कोई इतनी छोटी उम्र में भला कॉलेज में कैसे पहुंच सकता है। धीरे-धीरे उनकी इलियट को क्‍लास में देखने की आदत सी बन गई। इसके बाद सब कुछ नॉर्मल हो गया। जब शुरू में वो क्‍लास में एंट्री करते तो लोग वाह-वाह करते थे।
इलियट के परिवार को पता है कि यह बच्‍चा अलग है। उसे कुदरत से ही तोहफा मिला है। वह बहुत छोटी उम्र से ही मुश्किल गण‍ित के सवाल हल कर देता था। इलियट की उम्र जब सिर्फ 6 साल थी तो वह मेंसा इंटरनेशनल का मेंबर बन गया। लेकिन, दुनिया की नजर में इलियट तब आया जब 13 साल की उम्र में उसने इस साल की शुरुआत में फिजिक्‍स से अपनी बैचलर्स डिग्री पूरी की। इसके बाद इलियट मीडिया की सुर्खियों में आ गया।
जहां तक इलियट का सवाल है तो वह एक शानदार वैज्ञानिक बनना चाहते हैं। यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला पाना इलियट और उनके माता-पिता के लिए बेहद खुशी का पल था। हालांकि, वो इसके लिए बिल्‍कुल तैयार नहीं थे कि उनका बच्‍चा इतनी फटाफट पीएचडी प्रोग्राम तक पहुंच जाएगा। इलियट की मां मिशेल के अनुसार, बेटे के दाखिले के लिए 20 हजार डॉलर की रकम जुटाना बड़ी चुनौती थी। उन्‍होंने ग्रांट्स और स्‍कॉलरशिप के विकल्‍प तलाशने शुरू कर दिए। लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद परिवार ने अंतिम प्रयास के तहत फंड रेज करने की अपील की। उन्‍हें शानदार प्रतिक्रिया मिली। कई अनजान लोगों ने इलियट की पढ़ाई के लिए पैसे दे दिए।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।