दुर्गोत्सव 2021 : नारायण मेमोरियल अस्पताल पहली बार मरीजों के लिए लाया विशेष दुर्गा पूजा मेन्यू

 थाली में होंगे स्वादिष्ट बंगाली व्यंजन 

कोलकाता  : पूरे साल में दुर्गापूजा का यह समय उत्सव की वह घड़ी है, जब बंगालियों के सबसे बड़े त्योहार में हर बंगाली समुदाय के लोग पारंपरिक बंगाली स्वादिष्ट व्यंजनों को बनाकर मां के समक्ष इसका भोग लगाते है। हालांकि, मौजूदा समय में डेंगू और अन्य बीमारियों के प्रकोप को देखते हुए हर किसी के लिए इस त्योहार को बड़े आकार में मनाना संभव नहीं हो पा रहा है। उत्सव की इस घड़ी में बेहला में स्थित नारायण मेमोरियल अस्पताल ने मरीजों और कर्मचारियों के मिजाज को उत्सव के मूड में ढालने के लिए अपने अस्पताल परिसर में स्वस्थ वातावरण के साथ उत्सव की शुरुआत की घोषणा की है। नारायण मेमोरियल अस्पताल की तरफ से इस मौके पर अस्पताल के सभी रोगियों को उनकी वर्तमान स्वास्थ्य की स्थिति के मुताबिक पहली बार पारंपरिक पूजा में बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजन की थाली दी जायेगी। इसे अवसर पर अस्पताल में मरीजों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर पौष्टिक आहार विशेषज्ञ टीम अलग-अलग फूड चार्ट तैयार कर रही है। जिसे डॉक्टरों की सलाह लेने के बाद अस्पताल के अधिकारियों से मंजूरी दी जाएगी। इतना ही नहीं, इन दिनों में मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना और आरती के बाद शांतिजल के लिए एक विशेष जगह को चुना गया है। यहां मां की आराधना के बाद पुरोहित सभी मरीजों के बेड पर जाकर उन्हें आशीर्वाद देंगे और सभी के बेहतर स्वास्थ की कामना करेंगे।इस त्योहार के सभी चार दिन आयोजित पूजा में बंगाली व्यंजनों से युक्त विस्तृत अनुकूलित भोजन शामिल होगा, जिसमें कुछ शीर्ष बंगाली चर्चित व्यंजन जैसे मूंग दाल, पटोलेर दोरमा, पनीर पसिंदा, भेटकी मछली कालिया, चिकन करी, नवरत्न कोरमा, लाबरा और फ्राई किया हुआ पापड़ और चटनी भी शामिल है। इन सभी व्यंजनों को एक शेफ की निगरानी में बनाया जायेगा। इसके बाद बनाये गये इन व्यंजन को गुणवत्ता एवं पौष्टिकता की जांच के लिए इसे आहार विशेषज्ञों और डॉक्टरों के पास ले जाया जायेगा। वहां इसकी अच्छे से जांच के बाद जिन व्यंजनों को मंजूरी मिलेगी, उन्हें ही वे प्रत्येक रोगी के पास पहुंचाया जायेगा। इस अवसर पर सुपर्णा सेनगुप्ता (सीईओ, नारायण मेमोरियल हॉस्पिटल) ने कहा, “इस कठिन समय को ध्यान में रखते हुए हमने जितना संभव हो, अपने अस्पताल में मरीजों के भोजन में लगे प्रतिबंधों में इन दिनों हल्की ढील देने का फैसला लिया है। हम त्योहार के चार दिनों के दौरान अस्पताल में अपने मरीजों के मन में बसे बंगाली व्यंजन के लजीज स्वाद एवं उनकी भूख को बढ़ाने के लिए अनुकूलित बंगाली पारंपरिक खाद्य पदार्थों की एक श्रृंखला पेश करने जा रहे हैं। हालांकि, हमेशा की तरह हमारे अस्पताल में मरीजों के स्वास्थ्य का ख्याल रखना हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। हम इसका भी पालन करेंगे। लेकिन हमने महसूस किया कि हमें रोगियों के लिए कुछ करना चाहिए ताकि वे उत्सव के इस सुहाने समय में आगे जीवन के बारे में बेहतर और अच्छा महसूस कर सकें। क्योंकि पिछले डेढ़ वर्षों से हम सभी ने काफी नुकसान और पीड़ा झेली है। उन्होंने आगे कहा, हमने पिछले साल यह फैसला किया था, लेकिन इसे लागू नहीं किया जा सका, क्योंकि पिछले साल की स्थिति अत्यधिक गंभीर थी। इसके कारण हम इस साल इसे लागू करना चाह रहे हैं। इस मौके पर शेफ अनिंद्य रॉय ने कहा, ‘मैं डॉक्टरों की निगरानी में रहूंगा, जो आहार विशेषज्ञों के परामर्श से मेरे साथ पौष्टिक भोजन चार्ट साझा करेंगे। आज के समय में किसी अस्पताल प्रबंधन द्वारा इस तरह के बारे में सोचना एवं इस पहल को शुरू करना काफी प्रशंसनीय प्रयास है।’ हेमंत राउत (आहार विशेषज्ञ) ने कहा, ‘ हमारे इस अस्पताल में प्रत्येक रोगी को उनकी दवाओं और बीमारी के प्रभावों पर विचार करने के बाद सही पोषण युक्त पौष्टिक भोजन उन्हें दिया जाता हैं।’

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