पुस्तक मेले में कुसुम खेमानी के उपन्यास ‘लावण्यदेवी’ की बांग्ला अनुदित पुस्तक का लोकार्पण

कोलकाता । कोलकाता पुस्तक मेले ( बोई प्रांगण मेला) के सौमित्र चटर्जी मुक्त मंच पर गत 12 मार्च को प्रख्यात लेखिका डॉ. कुसुम खेमानी के उपन्यास ‘लावण्यदेवी’ के बांग्ला अनुवाद के आवरण का लोकार्पण किया गया| यह उपन्यास ढाका (बांग्लादेश) के बेंगाल पब्लिकेशन्स ने छापा है| बांग्ला देश साहित्यिक सर्कल् के बिमान गुहा ने विशेष सन्देश दिया। इस अवसर पर गिल्ड के अधिकारी योगेश तन्ना, परिषद के निदेशक डॉ. शंभुनाथ, परिषद के मंत्री डॉ. केयूर मजमुदार, प्रख्यात पूर्व फुटबॉलर सुबीर मुखर्जी, नीलकमल प्रकाशन, हैदराबाद के प्रमुख सुरेश चंद्र शर्मा, अल्पना सिंह, अमित मुंदड़ा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे| डॉ.कुसुम खेमानी के बांग्ला में अनूदित उपन्यास ‘लाबण्यदेबी’ का संक्षिप्त पाठ सुबीर मुखर्जी द्वारा किया गया| उपन्यास की लेखिका डॉ कुसुम खेमानी ने अपने संदेश में कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि उनका उपन्यास बांग्लादेश से छप रहा है। इससे भारत और बांग्लादेश के साथ-साथ हिंदी-बांग्ला का एक मैत्री संबंध भी बनता है। स्वागत वक्तव्य देते हुए परिषद के मंत्री डॉ. केयूर मजमुदार ने कहा कि जिस देश में भाषा को लेकर इतनी मुहिम रही, उसी देश में ‘लावण्यदेवी’ का बांग्ला अनुवाद किया गया जो भारतीय भाषा परिषद के लिए गौरव का विषय है।
भारतीय भाषा परिषद के निदेशक डॉ. शंभुनाथ ने कहा कि लावण्यदेवी के बांग्ला में अनूदित उपन्यास बांग्ला भाषियों द्वारा काफी आदर के साथ पढ़ा जाएगा। नीलकमल प्रकाशन के सुरेश चंद्र शर्मा ने भी अपना वक्तव्य रखा। कवयित्री अल्पना सिंह ने अपनी कविता का पाठ किया। डिजिटल पटल पर भवानीपुर एजूकेशन सोसायटी के डीन दिलीप शाह और वसुंधरा मिश्र भी जुड़ी रहीं। इन्होंने डॉ कुसुम खेमानी को अपना बधाई संदेश भिजवाया। बेंगल पब्लिकेशन के अब्दुर रज्जाक ने अपने स्टॉल से कुसुम खेमानी द्वारा हस्ताक्षरित पुस्तकों की बिक्री की। इस कार्यक्रम के साथ बांग्लादेश साहित्य सर्किल भी जुड़े रहे।
इस अवसर पर मेले में मुस्तैद पुलिस कर्मियों एवं पुस्तक प्रेमियों के बीच भारतीय भाषा परिषद द्वारा सैनिटाइजर का वितरण किया गया। धन्यवाद ज्ञापन परिषद के सचिव डॉ.केयूर मजमुदार ने दिया| साहित्य टाइम्स के रोशन झा द्वारा इस कार्यक्रम का प्रसारण भी किया गया।
मंच संचालन किया सुशील कान्ति ने। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में मीनाक्षी दत्ता, अमृता चतुर्वेदी और एस पी श्रीवास्तव की प्रमुख भूमिका रही।कार्यक्रम का संयोजन किया डा वसुंधरा मिश्र, अमित मुंधड़ा, अल्पना सिंह और सुरेश चंद्र शर्मा ने

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।