प्रेरक आईएएस : 10वीं में 44 प्रतिशत लेकिन यूपीएसी दूसरी बार में ही निकाली

पीसीएस प्री में 10 से ज्यादा बार फेल
नयी दिल्ली ।  लगातार फेल होने और बोर्ड परीक्षाओं में खराब प्रदर्शन से मायूस छात्रों को एक आईएएस ऑफिसर की सफलता की कहानी काफी प्ररेणा देने वाली है। आईएएस ऑफिसर अवनीश शरण ने शुक्रवार को ऐसे वक्त पर अपनी संघर्ष यात्रा सोशल मीडिया पर शेयर की जब बहुत से बच्चे अपना सीबीएसई रिजल्ट खराब आने से निराश थे। अवनीश शरण ने लिखा, ’12 वीं में आपके कितने प्रतिशत अंक आए थे ?’ इसके बाद उन्होंने अपनी संघर्ष की यात्रा के बारे में लिखा – मेरी यात्रा: 10वीं में 44.7 प्रतिशत, 12वीं में 65 प्रतिशत, ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत। सीडीएस और सीपीएफ भर्ती परीक्षा दोनों में फेल हुआ। राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 10 से अधिक बार प्रारंभिक परीक्षा में फेल हुआ। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम प्रयास में साक्षात्कार तक पहुंचा। दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया 77वीं रैंक आई।
आईएएस ऑफिसर अवनीश शरण की सफलता की कहानी बताती है कि असलता में भी सफलता छिपी होती है। असफलता से हासिल होने वाला अनुभव आपको आगे काम आएगा। प्रयास करते रहें, सफलता आपको जरूरी मिलेगी। लक्ष्य के प्रति आगे बढ़ते रहे। लगन के साथ मेहनत करते रहें। नाकामी से न घबराएं।
अवनीश के इस ट्वीट को महज एक दिन में 63 हजार से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं। 9 हजार लोग रीट्वीट कर चुके हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इस कहानी को बेहद प्रेरणादायी बता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- गिरने के बाद ही जो मजा उठने मे है वो कही नही। एक अन्य ने लिखा, – सर, आजकल 1-2 प्रतियोगी परीक्षा देने के बाद लोग ऐसे निराश हो जाते हैं जैसे निराशा का पहाड़ टूट पड़ा है और तैयारी बीच में छोड़ने का फैसला कर लेते हैं। आप की कहानी आपका संघर्ष प्रेरणादायक है। एक यूजर ने लिखा- प्रयास करने वालों की कभी हार नहीं होती। हम सभों को आपसे कुछ सीख लेनी चाहिए।
अवनीश अकसर अपने ट्वीट से भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को प्रेरित करते रहते हैं। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी उनसे तैयारी के टिप्स लेते नजर आते हैं। 2009 बैच के छत्तीसगड़ कैडर के अधिकारी ने हाल में अपनी सक्सेस स्टोरी के बारे में बताया गया था। पोस्ट में लिखा था, ‘एक लड़के के 10वीं में 44.5 फीसदी, 12वीं में 65 फीसदी और ग्रेजुएशन में 60.7 फीसदी मार्क्स आए।
कुछ दिनों पहले आईएएस अधिकारी अवनीश ने ट्विटर पर अपनी पसंदीदा किताब की एक झलक शेयर की थी। यह वही किताब है जिससे उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की थी। इस ट्विटर पोस्ट में एएल बाशम द्वारा लिखित पुस्तक ‘द वंडर दैट वाज इंडिया’ के कुछ पेजों की फोटो देखी जा सकती है।
इससे पहले उन्होंने 10वीं की मार्कशीट शेयर की थी जो स्टूडेंट्स को मार्क्स और सफलता के बीच अंतर बता रही थी। बिहार बोर्ड मैट्रिक की 26 साल पहले की इस मार्कशीट में देखा जा सकता है कि अवनीश को 700 में से केवल 314 मार्क्स (44.5 फीसदी) मिले थे। मैथ्स में तो वह फेल होते होते बचे थे। 10वीं में थर्ड डिविजन से पास होने के बावजूद अवनीश यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस ऑफिसर बने।

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