— ‘पंकज सिंह’ (परदा उठता है रोहन अपने पूरे परिवार के साथ भोजन के दौरान
*निखिता पाण्डेय* खड़ा हूं अपने सिद्धान्तों की जड़ों पर, हर रोज़ संघर्ष की शाखा फैल
https://youtu.be/TxaSfZtLgfA
उत्कर्ष जायसवाल शिक्षण संस्थान – पूर्वान्चल विद्यामंदिर
शिक्षिका – नीलम सिंह, वाराणसी कक्षा -10 पाठ्यपुस्तक – एन. सी. ई. आर. टी हिंदी
‘लॉकडाउन’ कभी नहीं सोचा था किसी ने की मनुष्य के जीवन पर कभी भी तालाबंदी
प्रतिभागी – शुभांगी उपाध्याय संस्कृत श्लोक – श्रीमद्भगभतगीता -कर्मयोग
शिक्षिका – नीलम सिंह, वाराणसी विषय व पाठ – पत्र लेखन
कहते हैं कि बच्चों को वातावरण और प्रोत्साहन मिले तो उनकी प्रतिभा और निखर जाती
कोलकाता : कोविड -19 के कारण परीक्षाओं पर असर पड़ा था और कई बोर्ड परीक्षाएँ