कोलकाता : सशक्त होने का मतलब है कि आप दूसरों को भी सशक्त बनायें और
जब कोई इच्छा आपके अन्दर रहती है और प्रतिभा सोयी रहती है तो वह मरती
मौश्री को प्राप्त हो चुके हैं ये सम्मान वर्ष 2012 में बेस्ट इम्पलाई इन डिसएबल्टिज
श्री शिक्षायतन कॉलेज से कलकत्ता विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की प्रोफेसर और रजिस्ट्रार और उसके
प्रो. शुभ्रा उपाध्याय बेहद मृदु स्वभाव की हैं। एक -एक बात को बड़े इत्मीनान से
कौशल दुग्गड़ पेशे से इंटीरियर डिजाइनर हैं जो कि हमेशा से उनका जुनून रहा। आरम्भ
शिक्षण, पत्रकारिता, रंगमंच से लेकर उद्यमी बनने का सफर तय किया है पीहू पापिया ने।
फोटोग्राफी बहुत सृजनात्मक क्षेत्र है और अब भी बहुत कम लड़कियाँ इस क्षेत्र में अपना
रेकी तेजी से लोकप्रिय होती उपचार पद्धति है जो कम खर्च में गम्भीर से गम्भीर
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उनका एक साथ आना जरूरी है और यह तभी