गुजरे माह का अंतिम सप्ताह गहमागहमी से भरा रहा। कई फैसले सुप्रीम कोर्ट में ने
जीवन में दृष्टि का बड़ा महत्व है। यह हमारी दृष्टि ही यानि हमारी सोच या
आपने राक्षस देखे हैं….और राक्षसों के आगे घुटने टेकते राजा देखे हैं…..? आपने कलियों को
दाखिले का मौसम बस चल ही रहा है..मेधा का आधार परीक्षाओं में प्राप्त अधिकतम अंक
ये दौर प्रतियोगिता का दौर है और गलाकाट प्रतियोगिता का दौर है जो कि परीक्षाओं
ये दौर बहुत अजीब है…हर ओर संशय से घिरे हम…एक दूसरे पर शक कर रहे
यह आँकड़ों का दौर है और चर्चा का भी…चर्चा भी ऐसी कि सस्ती लोकप्रियता मिले
सिनेमा हमारी रग – रग में बसा है…। जिन्दगी की हर घटना और हर एक
अपराजिता समानता की सोच को सृजनात्मकता के साथ सामने रखने की कोशिश है। हमारी कोशिश
साल की उल्टी गिनती आज से शुरू हो चुकी है और ऐसा लग रहा है