सुनो

निष्ठा बिन्द्रा

(छात्रा – श्री शिक्षायतन कॉलेज)

मुंडेर पर अगर कोई चिड़िया आकर बैठ जाये…..

और जोर जोर से बोले…..

तो उसे भगाना मत उसे सुनना….

क्या पता क्या बोल रही हो…

शायद बच्चों के लिए ले जाता हुआ

भोजन उसकी चोंच से गिर गया हो……

या किसी ने उसका घोंसला तोड़ दिया हो ….

ये भी हो सकता है कि

किसी अज़गर ने उसके बच्चे खा लिये हों…..

चिड़िया अपने हक़ के लिए नहीं लड़ सकती ….

केवल भाग सकती है

या फिर ऐसे ही

किसी अनजान मुंडेर पर

किसी अनजान के सामने चीख सकती है ……

प्रकृति ने कमजोरों के चीखने को

सिर्फ इसलिए मधुर बनाया है कि वो सुनी जायें….

करुणा हमेशा मधुर होती है…..

इंसान अकेला ऐसा जीव है

जो अपने और अपनों के लिए

लड़ सकता है।

फिर भी वह सर्वाधिक त्रसित और ग्रसित है…..

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