गन्ने की खोई बन गई प्लास्टिक का विकल्प, थाली और प्लेट ही नहीं चम्‍मच और गिलास भी उपलब्ध

0
118

आजमगढ़, [राकेश श्रीवास्तव]। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगते ही बाजार फिर से खुद को नई व्यवस्था के अनुरूप ढालने लगा है। बाजार में फिलहाल डिस्पोजेबल थाली, प्लेट, कटोरा इत्यादि उत्पाद पहुंचने लगे हैं। गन्ने की खोई से बने उत्पाद खूबसूरत और टिकाऊ होने के कारण ग्राहक ज्यादा पसंद भी करने लगे हैं। प्लास्टिक की चम्मच और कांटे (फोर्क) के स्थान पर लकड़ी के उत्पाद विभिन्न डिजाइन में उपलब्ध होने लगे हैं। ग्राहक भी दुकान पर पहुंचते ही सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प पर चर्चा करते हुए नए उत्पाद देखना और खरीदना पसंद कर रहे हैं। हालांकि, बाजार में पहले से उपलब्ध कागज की थाली, प्लेट, गिलास के पांव सरकार के नए आदेश के बाद मजबूती से जमने लगे हैं।
शहर के बड़े कारोबारी जीवन बरनवाल का कहना है कि प्लास्टिक की थैली बेचे एक साल हो गए। कमोबेश थर्मोकोल के उत्पाद भी बाजार से गायब हो चुके हैं। ग्राहक भी जागरूक हुए हैं, खरीदारी से पूर्व विकल्प की चर्चा कर रहे हैं। उन्हें गन्ने की खोई से बने उत्पाद और उसकी खूबियों के बारे में बताने पर खरीद भी रहे हैं। जीवन ने कहा कि मैं खुद चाहता हूं कि ठोस रणनीति बने, सरकार अटल रहे, जिससे प्लास्टिक हमारे जीवन से दूर हो जाए। चूंकि कारोबार भी जरूर है, इसलिए सरकार को भी चाहिए कि विकल्प भी सुझाए, जिससे कारोबार भी बेपटरी न होने पाए।
चौक बाजार में दुकान सजाए मिले अशोक कुमार साहू ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक से पर्यावरण को खतरा है, तो उसे सरकार बंद कर रही। हमें क्या प्लास्टिक न सही लकड़ी के चम्मच बेच दो पैसे कमा रहा हूं। एक बात जरूर है कि अधिकारियों को एक मीटिंग कर स्पष्ट करना चाहिए कि कानून के दायरे में कौन-कौन से उत्पाद हैं। बाजार में उसका विकल्प कौन सा उत्पाद बनेगा? गन्ने की खोई और लकड़ी के उत्पाद बढ़िया तो हैं, लेकिन महंगा पड़ने से कुछ ग्राहक हिचक रहे हैं। अबकी दुकानदार भी सरकार के साथ कदम से कदम मिलाते चलते नजर आ रहे हैं। आजमगढ़ में अधिकांश दुकानों पर एक संदेश चस्पा है कि जब ग्राहक 250 ग्राम का मोबाइल और 350 ग्राम का पावर बैंक लेकर बाजार में चल सकते हैं तो 30 ग्राम कपड़े से बने झाेले को साथ क्यों नहीं रख सकते हैं। शर्म छोड़िए, प्लास्टिक छोड़िए, साथ में लाएं थैला, न करें अपने देश को मैला …।

(साभार – दैनिक जागरण)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

1 × three =