देशराग अमृत – स्वरचित देशभक्ति कविता

0
164
पीयूष साव, गारुलिया मिल्स हाई स्कूल

मेरी जान तिरंगा

मेरी जान तिरंगा, मेरी ज्ञान तिरंगा |

सरहद पर लड़ने वालों की पहचान तिरंगा |

खाकी वर्दी में गले जिंदगी बिताऊँ पर मरते समय तिरंगे को गले से लगाऊ यह आरजू मेरी पूरी हो; तमन्ना न अधूरी हो,

मैं न सिख हूँ न ही इसाई न हूँ जाट मराठा, अपने देश की रक्षा में गैं भारत माँ का बेटा।

नन्ही चिड़िया को चहकता छोड़ आया मैं,

मेरी माँ की आँसुओ को बहता छोड़ आया मैं, नये गजरे को महकता छोड़ आया मैं। देश के लिए,

मर मिटने का गन लाया गैं

इस सरहद पर जब तक हम खड़े रहेंगे; दुश्मनों पर कहरो के पहाड़ दहेंगे।

और जब

भारत माँ के गोद में सोने का हँसते समय आयेगा, हुए दुनिया को अलविदा कहेंगे।


 

हम भारतवासी

दुनिया वालो जान लो हमें,

आँखे खोलो और पहचान लो हमे

हम वह है हेम जो बजर से नदी की धार बहा दे, वह है, जो पहार को भी भगवान बता दे,

हम ही हैं, जो धर्म की पहली परिभाषा कहलाते है, और ढंग ही है जो ‘सर्वे भवन्तु सुखिन:’ गाते है;

विश्वगुरु नाम से विख्यात,

देश में रहने वाले है हम |

और पूरी धरा मेरा परिवार है, ऐसा कहने वाले है हम | हमारे हार से कोई याचक निराश हो न जाते हैं, हमारे शौर्य की गाथा सदा पुराण गाते है।

कोई हो दुःखी ऐसी बात हम बोलते नहीं है, और कोई हमें बोल जाए ! तो उसे, छोड़ते नहीं है।

हम वीरता का चिन्ह और गौरव का अतीत है। युद्ध का घोष तो कहीं शांति का प्रतीक है,

हम ही शिव का ताण्डव और राम की विनय सुनाने वाले हैं,

आगे अब और क्या चाहिए! हम भारत के रहने वाले है।

Previous articleजानिए अखण्ड भारत का अतीत और वर्तंमान
Next articleसुशीला बिड़ला गर्ल्स स्कूल में क्राफ्टास्टिक 2022
शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

five × four =