पद्मश्री : लावारिस लाशों के ‘मसीहा’ हैं अयोध्या के शरीफ चाचा

0
332

अयोध्या: हजारों लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके समाजसेवी मोहम्मद शरीफ को निस्वार्थ सेवा के लिए राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। बुजुर्ग समाजसेवी मोहम्मद शरीफ को लावारिस लाशों के मसीहा के तौर पर जाना जाता है। कहा जाता है कि उन्होंने पिछले 25 वर्षों में 25,000 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया है। 30 वर्ष पूर्व युवा पुत्र की मार्ग दुर्घटना से मौत और लावारिस के तौर पर उसके अंतिम संस्कार ने शरीफ पर ऐसा असर डाला कि वो किसी भी लावारिस शव के वारिस बन कर सामने आए।
गौरतलब है कि मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित होने के लिए साल 2020 में पत्र मिला था लेकिन कोरोना महामारी के कारण नहीं मिल सका। उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. साथ ही स्वास्थ्य खराब होने की वजह से परिवार परेशान रहता है। बीते कुछ महीनों पहले उनकी हालात बेहद खराब हो गई थी, परिजनों के पास उनके इलाज कराने तक के पैसे हीं बचे थे. घरवालों पर अलग अलग तरह के कर्जें हैं। उनका बेटा गाड़ी चलाकर परिवार को पालता है.
छोटे बेटे को खोने के बाद लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने वाले मोहम्मद शरीफ चाचा ऐसे खोए की साइकिल मरम्मत की स्थापित दुकान हाशिये पर आ गयी। सेवा संवेदना के जोश में गृहस्थी की गाड़ी पटरी से उतर गयी। शरीफ के तीन बेटों में एक ने साइकिल मरम्मत की दुकान खोली। दूसरे ने मोटरसाइकिल की मरम्मत का काम शुरू किया और तीसरे ड्राइवर का पेशा अपनाया। तन ढंकने के लिए कपड़े दो जून की रोटी और सिर पर छत की जुगत में सुनिश्चित होती रही। मोहम्मद शरीफ भी घरेलू जिम्मेदारी से ऊपर उठकर अपना मिशन आगे बढ़ाते गए।

Previous articleपद्मश्री : डायन प्रथा की शिकार बनीं और अब इसके खिलाफ मशाल बनीं ‘छुटनी देवी
Next articleजागृति
शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

18 − 16 =