भारत जैन महामंडल लेडिज विंग कोलकाता ने मनाया सुरंगों सावन

 कोलकाता । भारत जैन महामंडल लेडिज विंग कोलकाता ने भारतीय भाषा परिषद के सभागार में सत्तर महिला सदस्याओं के साथ सुरंगों सावन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर प्रमुख अतिथियों में भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज की व्याख्याता डॉ वसुंधरा मिश्र,जेडी बिरला की प्रिंसिपल दीपाली सिंघी और ताजा टीवी की डायरेक्टर अमृता नेवर, गायिका जस्मिन उपस्थित रहीं। सावन की फुहार में सभी सदस्याओं ने अपने-अपने अनुभवों को अभिव्यक्ति दी। कविता, गीत और राजस्थान के सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य पर प्रस्तुतियां भी दी गईं। ताजा टीवी की डायरेक्टर अमृता नेवर ने बचपन की बातों को याद करते हुए कविता सुनाई और कहा कि बदलते वक्त में बच्चों को अपने बचपन से रूबरू कराएं और मिट्टी की सोंधी खुशबू का अहसास दिलाएं। वहीं डॉ वसुंधरा मिश्र ने सावन पर कालिदास के श्लोक’ आषाढ़स्य प्रथम दिवसे’ के साथ आरंभ करते हुए सावन महीने में होने वाले विभिन्न तीज-त्यौहारों के लिए महिलाओं के दायित्व के विषय में विस्तार से जानकारी दी। जे डी बिरला की प्रिंसिपल
दीपाली सिंघी ने राजस्थानी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बच्चों में संस्कार डालने की बात पर जोर दिया और राजस्थान में उनके अनुभूत बचपन के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि आज हम सावन भूल चुके हैं, झूले भूल चुके हैं फिल्मों में भी नहीं है। पेड़ खेत नहीं देखे। । रेत पर पड़ती वारिश की बूंदों का अनुभव बच्चों को सिखाना चाहिए और सावन का महीना पवन करे शोर गीत भी गाया। सुमधुर स्वरों की गायिका जस्मिन ने राजस्थानी गीत ‘पलका में बंद कर राखूंली’ , ‘पधारो म्हारे देश’ और ‘रिमझिम रिमझिम’ गीत गाकर सबका मन मोह लिया।
सुमित्रा सेठिया और सुप्यार पुगलिया ने सावन की विशेषता बताते हुए कविता सुनाई। इन दोनों के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कंचन वैद, ममता पिंचा,इंद्रा बागरेचा, स्नेहलता पुगलिया, शशि सेठिया, कविता दूगड़, सुशीला पुगलिया ने सावन की कविताओं की प्रस्तुति दी।
संस्था की उपाध्यक्ष अंजू सेठिया ने संचालन किया और उपाध्यक्ष सरोज भंसाली ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अतिथियों और सदस्याओं को साड़ी उपहार में दी।नेहा रामपुरिया और राजश्री भंसाली का विशेष सहयोग रहा। अंत में, विनोद बिनानी सूरत द्वारा भेजी गई सभी साड़ियों का वितरण किया गया।

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