मदर इंडिया – पितृसत्ता के खिलाफ स्त्री विमर्श का मुखर स्वर

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कई क्लासिकल फिल्मों ने कई बॉलीवुड स्टार्स को रातों-रात स्टार बना दिया। इनमें से एक है ‘मदर इंडिया’। नारीवाद की नई लहर शुरू करने वाली इस फिल्म ने तीन पुरुषों को सुपरस्टार बना दिया। जिसमें सुनील दत्त, राज कुमार और राजेंद्र कुमार जैसे सितारों के नाम शामिल हैं। इस फिल्म में नरगिस ने मुख्य भूमिका निभाई, लेकिन यह पहली बार था कि एक शीर्ष अभिनेत्री अपनी युवावस्था में दो बड़े बच्चों की मां के रूप में बड़े पर्दे पर दिखाई दी। फिर जब ये फिल्म रिलीज हुई तो इसे देश के साथ-साथ विदेश में भी खूब प्यार मिला।
मदर इंडिया 1957 में रिलीज हुई थी। मेहबूब खान के निर्देशन में बनी यह फिल्म 1940 में आई फिल्म ‘औरत’ की रीमेक थी। जिसे इसकी ओरिजिनल फिल्म से भी ज्यादा प्यार मिला। यह फिल्म 60 लाख रुपए के बजट में बनी थी। जिसने बॉक्स ऑफिस पर 8 करोड़ का कलेक्शन किया था। ये अपने समय की रिकॉर्ड तोड़ कमाई थी।
ये फिल्म पितृसत्तात्मक समाज के खिलाफ सशक्त स्त्री की कहानी थी जो एक आम महिला की कहानी कहती है। इस फिल्म में नरगिस, सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार और राज कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी। ‘मदर इंडिया’ की कहानी गरीबी से जूझ रही राधा (नरगिस) नाम की एक ग्रामीण महिला के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपने पति की अनुपस्थिति में अपने बेटों का पालन-पोषण करने और सभी बाधाओं से लड़ते हुए अपना जीवन यापन करने के लिए संघर्ष करती है। ऐसा कहा जाता है कि फिल्म का शीर्षक अमेरिकी लेखिका कैथरीन मेयो की 1927 की विवादास्पद पुस्तक मदर इंडिया का मुकाबला करने के लिए चुना गया था, जिसमें भारतीय संस्कृति की निंदा की गई थी।

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