स्वाद के खजाने से मुमकिन किया गृहिणी से उद्यमी तक का सफर…

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उमा चंद्रशेखर और उमा नटराजन रोज मॉर्निंग वॉक पर जाती थीं। गृहस्‍थी की बातें होती थीं। इन बातों में एक-दूसरे के घर का हाल-चाल लेना हमेशा शामिल होता था। उन्‍हें बिल्‍कुल अंदाजा नहीं था कि बातों-बातों में वे बिजनस आइडिया पा लेंगी। इन दोनों गृह‍िणियों ने ‘उमा मामीज’ नाम की कंपनी की नींव रख दी। यह अलग-अलग तरह की मिठाइयां, स्‍नैक्‍स और अचार बनाती है। सिर्फ भारत में ही नहीं, यूरोप, ब्रिटेन और अमेरिका में भी उनके ग्राहक बन चुके हैं। उनके पास पारंपरिक स्‍नैक्‍स के ऑर्डर की कमी नहीं रहती है। दोनों बिजनस को बढ़ाने की कोशिश में जुटी हुई हैं।
उमा चंद्रशेखर और उमा नटराजन चेन्‍नई की रहने वाली हैं। इन दोनों की दोस्‍ती मॉर्निंग वॉक से पक्‍की हुई। सालों से ये साथ वॉर्निंग वॉक पर निकलती थीं। दोनों का गृहिणी से उद्यमी बनने का सफर 2017 से शुरू हुआ। उमा चंद्रशेखर की बेटी की सगाई थी। उस दिन दोनों ने ट्रेडिशनल फ्राइड स्‍नैक मुरुक्‍कू बनाए। मेहमान इन स्‍नैक्‍स की वाहवाही करते थक नहीं रहे थे। उमा नटराजन और चंद्रशेखर रोज मॉर्निंग वॉक पर जाती थीं। एक-दूसरे के साथ ये काफी बातें शेयर करती थीं।
सगाई पर मिली तारीफ ने दोनों के मनोबल को बढ़ा दिया था। उस एक दिन ने सबकुछ बदल द‍िया था। फिर उन्‍होंने अपने किचन से ही पारंपरिक स्‍नैक्‍स और मिठाइयां बेचनी शुरू कर दीं। उमा चंद्रशेखर के मुताबिक, उनका प्रचार लोगों ने आपसी बातचीत में कर दिया। उनके प्रोडक्‍ट विदेश ले जाने वाले कई ग्राहकों ने अपने दोस्‍तों और परिजनों के साथ इनकी चर्चा की। इसके चलते उन्‍हें और ऑर्डर मिलने लगे।
नौबत यह आ गई अब दोनों के पास ऑर्डरों की कमी नहीं रहती है। अकेले दिवाली पर ही उन्‍हें 80,000 रुपये का ऑर्डर मिला। दोनों चाहती हैं कि यह आंकड़ा अगली दिवाली पर 1 लाख रुपये के स्‍तर को पार करे। एक किलो रेगुलर स्‍वीट्स की कॉस्‍ट करीब 450 रुपये पड़ती है। बादाम और काजू वाली मिठाई की लागत 550 रुपये है। उनके मेनू के लोकप्रिय आइटमों में मुरुक्‍कू, अधीरसम और कई तरह की मिली-जुली मिठाइयां हैं।

 

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