एचआईटीके के शौभिक ने बनाया यौन उत्पीड़न रोकने के लिए उपकरण

कोलकाता । हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के बी.टेक के तृतीय वर्ष के छात्र ने यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है। बी.टेक के एप्लाइड इंस्ट्रुमेंटेशन और इंजीनियरिंग के छात्र शौभिक घोष द्वारा निर्मित यहकंप्यूटर विजन सॉफ्टवेयर विकसित आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम करता है। दावा है कि यह सर्विलेंस कैमरों के जरिए यौन उत्पीड़न को रोकने में सहायक है।
आपदा की स्थिति में उपकरण को दबाने पर इससे तेज अलार्म और सायरन की आवाज निकलेगी और आस – पास के लोद सजग हो जायेंगे। यदि व्यक्ति तर्जनी को उपकरण के सामने लाता है या नम्बर एक की तरफ इंगित करता है तो सिस्टम सीधे पुलिस को बुला देगा।
शौभिक ने सॉफ्टवेयर का नाम ‘साथी’ रखा और उन्हें लगता है कि इससे यौन शोषण को रोकने में मदद मिल सकती है जो हमारे देश में दिन-ब-दिन बढ़ रहा है।
शौभिक ने कहा, ‘मेरी रुचि डेटा साइंस, कंप्यूटर विज़न और गहन अध्ययन में है। एक तकनीकी उत्साही के साथ, मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और रोटारैक्ट क्लब, हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का एक सक्रिय सदस्य भी हूं। मैंने महसूस किया कि उत्पीड़न भीड़-भाड़ वाली जगहों पर होता है और कई महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर इसे नोटिस करने या शोर मचाने में झिझक महसूस करती हैं। वे प्रतिक्रिया नहीं दे पातीं। इसने मुझे ‘साथी’ विकसित करने के लिए प्रेरित किया है,”
हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, कोलकाता के सीईओ पी के अग्रवाल ने कहा, “हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में, हम एक व्यापक आधारित शोध मंच प्रदान करते हैं जहां छात्र कुछ वास्तविक समय परियोजनाओं का आविष्कार कर सकते हैं जो देश भर में लोगों के सामने आने वाली कई समस्याओं का समाधान दे सकते हैं।”
एचआईटी की एप्लाइड इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग की विभागाध्यक्ष डॉ. मधुरिमा चट्टोपाध्याय ने कहा, “शौभिक वास्तव में एक मेहनती छात्र है और उसका विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण सराहनीय है।”

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