ऑफिस से ब्रेक लेने के लिए तबीयत खराब होने का बहाना सबसे लोकप्रिय

हर 5 में से 2 कर्मचारी ऐसा करते हैं
ब्रिटेन में किए गए सर्वे में कर्मचारियों ने छोटे-छोटे झूठ बोलकर छुट्‌टी लेने की बात स्वीकारी
जूनियर कर्मचारी सीनियर्स की तुलना में अधिक झूठ बोलते हैं और महिलाओं का ज्यादा साथ देते हैं
सर्वे में 3655 से पूछताछ की गयी; इनमें से 66% सहयोगी कर्मचारियों को पता था कि छुट्‌टी लेने वाला बीमार नहीं है

नयी दिल्ली : ब्रिटेन में कर्मचारी अपने बॉस से बीमारी के छोटे-छोटे झूठ बोलकर छुट्‌टी लेते हैं। हर पांच में से दो कर्मचारी ऐसा करते हैं। यह खुलासा बीबीसी के सर्वे में हुआ है। सर्वे में जब कर्मचारियों की नैतिकता और मूल्यों पर सवाल उठाया गया, तो उन्होंने बीमारी के बारे में झूठ बोलने, चोरी करने और अन्य लोगों के काम का श्रेय लेने की बात स्वीकार की। ब्रिटेन के ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, एक कर्मचारी साल में लगभग चार दिन की सिक लीव लेता है। साल 2018 में ऑफिस न आने के लिए कर्मचारियों ने सबसे आम कारण सामान्य सर्दी, मस्कुलोस्केलेटल समस्याएं (जैसे पीठ दर्द) और दिमागी थकावट जैसी बीमारियां बताई थीं। जूनियर कर्मचारी सीनियर्स की तुलना में अधिक झूठ बोलते हैं। हालांकि, वे सहयोगियों का साथ देने के लिए भी ज्यादा तैयार होते हैं। रिपोर्ट में यह बात भी उजागर हुई कि महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में दूसरे के काम की प्रशंसा खुद ले लेने की प्रवृत्ति दोगुनी पाई जाती है। सर्वे में शामिल एक तिहाई सदस्यों ने यह भी बताया कि उन्होंने ऑफिस से स्टेपलर और नोटबुक जैसी छोटी-छोटी चीजें भी चुराईं। 16 साल से अधिक उम्र के 3655 वयस्कों से पूछताछ के आधार पर सर्वे रिपोर्ट तैयार की गई है। सर्वे में पाया गया कि 66% कर्मचारी बॉस को उनके सहकर्मी के बीमार न होने के बाद भी गैरहाजिर रहने की जानकारी को छुपाते हैं।

कम्पनी नहीं, लोग बॉस को अलविदा कहते हैं
एक व्यावसायिक मनोवैज्ञानिक हेले लुईस ने बताया कि अक्सर कर्मचारी ऐसा अपने बॉस को यह जताने के लिए बीमारी का बहाना बनाते हैं कि उन्हें एक ब्रेक की आवश्यकता है। यदि उनके बॉस से संबंध खराब है, तब कर्मचारी कम ही सच बताते हैं। लुईस कहती है कि लोग किसी कम्पनी को नहीं छोड़ते हैं बल्कि वे अपने बॉस को अलविदा कहते हैं। कर्मचारी अपने बॉस के व्यवहार से भी प्रभावित हो सकते हैं।
नाराजगी से बचने के लिए बहाना
हेले लुईस के मुताबिक, कर्मचारी किसी मॉडल की तरह अपने बॉस को फॉलो करते हैं। यदि बॉस ब्रेक नहीं ले रहा है और वह लंच टाइम में भी अपने टेबल पर ही भोजन कर रहा है तो यह जताने की कोशिश है कि बाकी कर्मचारी भी बॉस को फॉलो करें। इससे कर्मचारी बॉस के हिसाब से काम करने लगते हैं। लेकिन जब उसे ब्रेक लेने की इच्छा होती है तो उसे बॉस की नाराजगी से बचने के लिए बहाना बनाना पड़ता है।
55 से अधिक उम्र वाले कर्मचारी कम साथ देते हैं
ऑफिस में पुरुष बॉस यदि महिला कर्मचारी को गलत तरीके से छू रहा है तो 34 से कम उम्र वाले कर्मचारी बुजुर्ग कर्मचारी की तुलना में दोगुना विरोध करते हैं। यदि सीनियर व्यक्ति युवा सहकर्मी पर यौन टिप्पणी कर दे तो 70 प्रतिशत युवा महिला के साथ खड़े हो जाएंगे। जबकि 55 की उम्र पार करने वाले कर्मचारियों में आधे से भी कम महिला सम्मान के लिए साथ दे पाते हैं।

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