कोरोना युद्ध : कई स्तरों पर चरणबद्ध तरीके से आर्थिक गतिविधियाँ आरम्भ हों : एसोचेम

कोलकाता : एसोचेम कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के बाद ठप पड़ी आर्थिक गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से आऱम्भ करने के पक्ष में है। इस परिप्रेक्ष्य में एसोचेम जाँचपरक तरीका ले आया है जिसमें अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों की तुलना में आर्थिक गतिविधियाँ तथा निर्माण क्षेत्र चरणबद्ध तरीके से खोले जाने का प्रस्ताव है। इन गतिविधियों में कृषि, निर्यात, स्वचालित मशीनों द्वारा संचालित उद्योग और चयनित निर्माण भी शामिल है। इसे लेकर एसोचेम ने ‘इंडिया ओपेनिंग फॉर बिजनेस – सजेस्टेड कैलिबरेटेड अप्रोच एंड पोटेंशियल (सोप्स)’ रिपोर्ट जारी की है। सुरक्षा नियामको का ध्यान रखते हुए एसोचेम सोप्स में कोरोना खत्म होने तक सभी कर्मचारियों तथा अनुबंधित कर्मियों की मेडिकल जाँच बार – बार करवाने का प्रस्ताव है। एसोचेम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ‘हम केन्द्र एवं राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। चुनौतियों का सामना करते हुए अर्थव्यवस्था से सम्बन्धित अपने सुझाव और परामर्श देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।’ पर्याप्त श्रमिकों की उपलब्धता वाले निर्माण स्थल, निर्यात केन्द्रित सरकारी कार्यालयों, ई -कॉमर्स और कृषि सम्बन्धित क्षेत्र प्रथम चरण में खोले जाने चाहिए। रावी की फसलों को देखते हुए खेतो पर मशीनरी के साथ श्रमिकों की जरूरत है। इस समय देश की खाद्य सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मसला है। सम्भव है कि जीडीपी की दृष्टि से कृषि का इस समय उतना योगदान न हो मगर यह क्षेत्र आधे से अधिक आबादी की जीवन रेखा है। सूद ने कहा कि कृषि क्षेत्र को राष्ट्रीय संसाधन और प्रतिबद्धता की जरूरत है और यह अच्छी बात है कि कुछ राज्य ऐसा कर रहे हैं। इसके बाद आई टी, पेशेवर सेवाएँ, फूड रिटेलिंग तथा होटल खोले जा सकते हैं। इसके बाद परिवहन सेवा के अन्तर्गत बस तथा एयरलाइनों को संचालन की अनुमति मिले। बड़े स्तरों पर अन्तरराष्ट्रीय उड़ानों को अंतिम चरण में अनुमति दी जा सकती है।
कोविड -19 संक्रमित लोगों को कार्यस्थल तथा हर जगह से अलग रखा जाये। सोप्स अनिवार्य मेडिकल जाँच के अतिरिक्त सरकार द्वारा स्वीकृत सामाजिक दूरी के नियम का पालन घर से लेकर कार्यस्थल तक हो। तम्बाकू और गुटखे पर जैसे उत्पादों पर पूरी तरह प्रतिबन्ध हो। आपात मेडिकल सुविधा के लिए कार्यस्थल के आस – पास कोविड -19 केन्द्रित अस्पतालों का होना सुनिश्चित किया जाये। एसोचेम ने निर्माण क्षेत्र की चुनौतियों को भी पहचाना है और इसका मानना है कि खाद्य प्रसंस्करण (फूड प्रोसेसिंग), ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, रक्षा आयुध निर्माण, और इलेक्ट्रॉनिक निर्माण को फिर से शुरू करने की जरूरत है क्योंकि चीन कोरोना से उबरने के बाद इन क्षेत्रों में कड़ी टक्कर दे सकता है। इसके अतिरिक्त इन क्षेत्रों में रोजगार सृजन की बहुलता भी है,इसलिए यह और भी जरूरी है।

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