गोला के यतीश ने तोड़ा एक और विश्व रिकॉर्ड, 28 घंटे पढ़ी श्रीमद्भागवत पुराण

लखीमपुर-खीरी : पुराने विश्व रिकॉर्ड विजेता यतीश शुक्ला ने एक और विश्व कीर्तिमान बनाया है। उन्होंने बिना एक मिनट भी थमे लगातार 28 घंटे पांच मिनट तक लगातार पुराण पढ़कर कानपुर के अलाउद्दीन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के इंडिया हेड आलोक कुमार ने उनको इस रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र प्रदान किया। जुनूनी और धुन के पक्के यतीश शुक्ला के नाम कई विश्व रिकॉर्ड हैं। कानपुर में उन्होंने लगातार पढ़ाने का, गोला में किताबें बांचने का और लखीमपुर में भाषण देने का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस बार उन्होंने नए रिकॉर्ड की धुन शुरू कर दी। इस बार का टारगेट बड़ा था।
इससे पहले यतीश ने जो भी विश्व रिकॉर्ड बनाए थे, उनमें हर घंटे में पांच मिनट का ब्रेक मिलता था। पर इस बार कहानी दूसरी थी। इस बार ब्रेक नहीं लेना था। यानी जिस समय से रिकॉर्ड की शुरुआत करती है और टाइम मशीन ऑन होनी है, एक मिनट भी उठना नहीं है। यह आसान नहीं था। यतीश ने शनिवार सुबह सात बजे से रिकॉर्ड की तैयारी की। यह संकल्प लिया कि वह बिना ब्रेक लिए पढ़ने का विश्व रिकॉर्ड बना लेंगे। यतीश ने श्रीमद्भागवत पुराण पढ़नी शुरू की। हिन्दी और संस्कृत में वह इसे बांच रहे थे। इस दौरान उन्होंने बिना रुके-थमे क्रम जारी रखा। कार्यक्रम के जज उन पर नजर बनाए हुए थे। रविवार सुबह एक बजे उन्होंने 28 घंटे पांच मिनट तक पुराण पढ़कर यतीश ने विश्व कीर्तिमान बना लिया।
कानपुर के नाम था रिकॉर्ड – यह विश्व रिकॉर्ड कानपुर के अलाउद्दीन के नाम था। अलाउद्दीन ने लगातार 27 घंटे तक पढ़कर यह विश्व रिकार्ड अगस्त 2019 में बनाया था। अलाउद्दीन ने इस रिकार्ड की जानकारी फेसबुक पर डालकर एक चैलेंज भी दिया था कि बिना ब्रेक के पढ़ना आसान नहीं है। उस रिकार्ड को यतीश ने तोड़ दिया।
यतीश के नाम दर्ज रिकार्ड

पहला रिकार्ड गोरखपुर में 148 घंटे पढ़ाने का बनाया था।
124 घंटे किताब पढ़ने का विश्व रिकॉर्ड उनके नाम है।
जुलाई 2019 में 106 घंटे तक भाषण देने का रिकॉर्ड कायम किया था।

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