दो हफ्ते पहले तक देश का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट केरल का कासरगोड मॉडल बनकर उभरा

कासरगोड : केरल के कासरगोड में शुक्रवार को छह लोगों में कोरोना संक्रमण की जांच की गई, सभी निगेटिव आए। यहां पिछले सात दिन में केवल 14 और 16 अप्रैल को एक-एक पॉजिटिव केस मिले, बाकी दिन एक भी मामला सामने नहीं आया।
जिले में अब तक दर्ज हुए 167 मामलों में से केवल 51 अस्पताल में हैं और बाकियों को घर भेज दिया गया है। इसकी वजह ‘केरल की कासरगोड पहल’ को माना जा रहा है। पुलिस ने एक रणनीति के तहत लॉकडाउन लागू करवाया है। इसे मॉडल के रूप में देश में बाकी हॉटस्पॉट के लिए अनुकरणीय माना जा रहा है।
खाड़ी देशों से आने वालों पर विशेष नजर रखी…
विदेश से आए लोगों और कोविड-19 मरीजों के पहले व दूसरे स्तर पर संपर्क में आए लोगों को अलग किया गया। ऐसे लोगों पर खास नजर रखी गई जो खाड़ी देशों से आ रहे थे। यह इसलिए क्योंकि यहां तीसरा संक्रमित मामला चीन से आए व्यक्ति में मिला था तो वहीं कई लोग मध्य पूर्वी एशिया से भी यहां आए थे। 15% संक्रमित एनआरआई थे।
तीन लॉक की रणनीति…
लॉक 1 : यहां पारंपरिक रूप से पुलिस ने अपना काम किया। सड़कों को रोका, मोबाइल पेट्रोलिंग करवाई गई। फायदा यह हुआ कि लोगों के घर से बाहर आने पर नियंत्रण हो गया।
लॉक 2 : इसमें जीआईएस तकनीक का उपयोग कर संक्रमित लोगों, क्वारंटीन हुए लोगों, विदेश से आए लोगों और उनसे पहले व दूसरे स्तर पर संपर्क में आए लोगों की मैपिंग हई। किसी को यहां आने या बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
लॉक 3 : सातों क्षेत्रों को कोविड सीमा क्षेत्र में बदले जिले के बाकी हिस्सों से काट दिया गया। विदेश से लौटे जो लोग अपने घर गए और जिन परिजन, रिश्तेदारों व दोस्तों से मिले, पुलिस ने उन सबकी सूची बनाई। घरों के बाहर पुलिस बैठी।
भीलवाड़ा संक्रमण मुक्त जिला
कोरोना महामारी से पहले चरण की जंग जीतकर देश में राेल मॉडल बना राजस्थान काभीलवाड़ा जिला फिलहाल पॉजीटिव रोगियों से मुक्त हो गया है। कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट ने बताया कि भीलवाड़ा में अब कोई कोरोना पॉजीटिव नहीं है। वर्तमान में अस्पताल में अभी सिर्फ दो मरीज भर्ती हैं, जिनकी लगातार दो रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है।
तीसरी नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद इनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा उसके बाद वे घर पर 14 दिन के क्वारंटीन में रहेंगे। अब तक आए कुल 28 संक्रमितों में से 24 रोगी अस्पताल से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। भट्ट ने बताया कि ऐसी विभीषिका का सामना पहली बार होने से चुनौति बड़ी थी। डॉक्टर्स, मेडिकल सहित सभी के सहयोग से स्थिति नियंत्रण में हो गई है।

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