बढ़ती उम्र में खूबसूरती को न लगे नजर

आप वक्त को नहीं थाम सकतीं लेकिन अपने बाल, त्वचा और हाथों को दोबारा सेहत और चमक दे सकती हैं। इसके लिए आपको किसी प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत नहीं है, न ही कोई महंगे सैलॉन ट्रीटमेंट्स की जरूरत है या कोई ऐसे मेडिसिन कैबिनेट की भी जरूरत नहीं है जिसमें तरह-तरह के लोशन और क्रीम भरे हुए हों। करना केवल इतना है कि अपनी लाइफस्टाइल पर थोड़ा ज्यादा ध्यान दें और अपने रूटीन में सरल ऐंटी-एजिंग ट्वीक्स ऐड करते चलें।

हेल्दी बालों में बाउंस और शाईन होता है लेकिन फ्लैट आयरन, कलरिंग आयरन और हेयर ड्रायर के इस्तेमाल से बाल डल और फ्लैट हो जाते हैं। हफ्ते में कम से कम दो दिन हीटफ्री हॉलिडे मनाएं। अपने बालों को कुछ समय के लिए हीट स्टाइलिंग टूल्स से दूर रखें। शैम्पू के बाद इन्हें एयर ड्राय करें।

डर्मेटोलॉजिस्ट हर रोज एसपीएफ लगाने की सलाह देते हैं जिससे कि स्किन कैंसर से बचा जा सके। एसपीएफ एक ऐंटि-एजिंग टूल भी है। स्टैंडर्ड एसपीएफ 30 को ही मानें। इसे हर दिन लगाया करें। चाहे धूप हो या बारिश।

हाथ के पीछे की त्वचा काफी पतली होती है। इस वजह से हाथ की त्वचा में झुर्रियाँ जल्दी आने  लगती है। खासकर ठंड में जब सूखी हवा त्वचा की पूरी नमी ही खींच लेती है तब इस पर लोशन लगाना बेहद जरूरी होजाता है। हैंड क्रीम वो खरीदें जिसमें सनस्क्रीन हो। इससे सन डैमेज नहीं होगा और साथ ही झुर्रियों से भी बचेंगी। रात को सोने से पहले और सुबह उठते ही एसपीएफ 30 वाली हैंडक्रीम हाथ के पीछे की स्किन पर जरूर लगाएं।

आपका चेहरा आपकी एज नहीं बता पाता है। एजिंग हाथ देखने से पता पड़ती है। इसलिए जरूरी है नेल पॉलिश ट्रिक अपनाएं। ज्वेलरी के साथ नेल पेंट लगाएं जिससे आपके हाथ के इम्परफेक्शन ढंके जा सकें। ऐंटी-एजिंग मैनक्योर लें और ज्वेल टोंड कलर्स यूज करें। रिच पर्पल और रेड्स अच्छे रहेंगे। ये ज्यादा इंटेंस नहीं होते लेकिन जरूरत के मुताबिक कलर भी एड करते हैं।

एक्सरसाइज से ब्लड सर्क्युलेशन बढ़ता है जिससे स्किन खूबसूरत लगने लगती है। एक शोध के अनुसार एक्सरसाइज रिवर्स एजिंग कर सकती हैं। इसके अलावा जब आप शेप में होते हैं तब ज्यादा हेल्दी महसूस करते हैं। एक्सरसाइज भी ऐंटी-एजिंग टूल माना जा सकती है।

ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी जमा होने लगता है जो सेहत के लिए बुरा है। इससे आंख के नीचे काले गड्ढे भी पड़ने लग सकते हैं। जहां तक हो सके अलग से नमक न लें। ब्रेड में, सीरियल में, सॉस में, मसालों में और कुछ बेक्ड चीजों में पहले ही काफी मात्रा में नमक पाया जाता है।

अगर आप पहले ही रोज माउथवॉश करती हैं तो इसे जारी रखें। ये दांतों और मसूढ़ों की अच्छे से सफाई कर देता है। नतीजा आपके गम्स गुलाबी या पीले नहीं पड़ते हैं। इसके लिए आप ऐल्कोहॉल फ्री माउथवॉश यूज करें।

प्रोटीन खाने से बाल अच्छे रहेंगे। इनकी मजबूती के लिए जरूरी है अपनी डाइट में प्रोटीन शामिल करें। खाने में एक डाइट प्रोटीन की होना चाहिए। खासकर महिलाओं के लिए तो यह बेहद जरूरी है।

अगर आपने हीट स्टाइलिंग कम कर दी है और प्रोटीन खाना भी शुरू कर दिया है लेकिन फिर भी बाल में वो लचक नहीं है जो होनी चाहिए तो इसके लिए अपने पोस्ट-शॉवर हैबिट्स को ब्लेम करें। गीले बाल बेहद वीक होते हैं इसलिए तब इन्हें ब्रश नहीं करें। ऐसा करने पर ब्रेकेज होगा और स्प्लिट एंड्स भी पैदा होंगे।

हरी सब्जियां प्रकृति के दिए हुए टूथब्रश हैं। फाइबर रिच सब्जियां जैसे पालक, ब्रॉक्ली वगैरह खाने से दांत अपने आप साफहो जाते हैं। खाने में आधी प्लेट हरी सब्जियों से भरी हुई होना चाहिए। जो लोग ज्यादा ग्रीन्स खाते हैं उनकी त्वचा स्वस्थ और चमकदार हो जाती है।

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