भवानीपुर कॉलेज के विद्यार्थियों ने दिया शास्त्रीय संगीत संस्कृति की परम्परा को बढ़ावा 

 कोलकाता : भवानीपुर एडुकेशन सोसाइटी कालेज के संगीत समूह क्रिसेंडो के विद्यार्थियों ने अॉन-लाइन कार्यक्रम किया  जिसका उद्देश्य संगीत की मूल परंपरागत शास्त्रीय संगीत के प्रति युवा पीढ़ी को आकर्षित करना है।” क्रिसेंडो बंदिश ” के कार्यक्रम में संगीत विशेषज्ञ रवींद्रभारती विश्वविद्यालय के सौरभ गोस्वामी ने- तेरा नाम गीत की बंदिश के साथ बहुत अच्छी शुरूआत की। इस अवसर पर डीन प्रो दिलीप शाह ने आज संगीत में अपसंस्कृति का जो दुष्प्रभाव दिखाई दे रहा है उसे हम भारतीय शास्त्रीय संगीत की स्वच्छ परंपरा से  ही दूर कर सकते हैं। प्रीतम कुमार मिस्त्री-लब पर आये आ आज रही इबादत, मधुबन दास- हमसे तुमसे प्यार कितना, अनन्या मजुमदार – भरे नैना, पौलमी बैनर्जी – जागो मोहन प्यारे, नैन्सी कुमारी – मेरी ढोलना सुन, आर्शी रायचौधरी – साजन बिन, अभिरूप घोष – विरह आदि पारंपरिक संगीत का गायन किया। प्रीतम कुमार मिस्त्री, मधुबन दास, और अनन्या तीनों गायकी में अपनी श्रेष्ठ प्रस्तुतियां दी। अॉन-लाइन हुए विद्यार्थियों की असाधारण गायकी ने सभी श्रोताओं को मुग्ध कर दिया। प्रो मीनाक्षी चतुर्वेदी, दिव्या ऊडीशी और डॉ वसुंधरा मिश्र और कॉलेज के अनेक शिक्षकों की उपस्थिति रही।प्रो दिलीप शाह को विद्यार्थियों ने जन्म दिन की बधाईयाँ भी दी।
30 विद्यार्थियों के अॉडिशन में इस कार्यक्रम में सात विद्यार्थियों को चुना गया जिन्होंने कार्यक्रम में प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के संयोजन में सम्राट घोष , अंजली दूबे, अभिरूप घोष, आर्शी रायचौधरी, संजना लाल, बिक्रमजित दास का रहा। इस कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने।

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