भारतीय भाषाओं के बीच पुल है हिन्दी

खुदीराम बोस सेन्ट्रल कॉलेज में हिन्दी दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम

कोलकाता :  कोलकाता के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान खुदीराम बोस सेंट्रल कॉलेज के हिन्दी विभाग द्वारा हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संगोष्ठी, लोकगीत, काव्यसंगीत एवं स्वरचित कविता प्रतियोगिता सम्पन्न हुई।कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। स्वागत भाषण में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुबीर कुमार दत्त ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हिंदी भारत की सर्वप्रिय भाषा है जो सभी को जोड़ने का काम करती है।
हिन्दी विभाग की अध्यक्ष डॉ. शुभ्रा उपाध्याय ने प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए इस समारोह के इतिहास पर प्रकाश डाला तथा  वक्ताओं का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया। इस अवसर पर आयोजित परिचर्चा ‘शुद्ध हिन्दी भाषा लेखन के आधारबिंदु’ विषय पर अपना विचार रखते हुए यूको बैंक, प्रधान कार्यालय के पूर्व मुख्य अधिकारी एवं प्रतिष्ठित भाषा-चिंतक अवधेश प्रसाद सिंह ने कहा कि हम सावधानी और व्याकरणसम्मत प्रयोग से अच्छी हिन्दी लिख सकते हैं।हमें नियमित लेखन का अभ्यास करना चाहिए।

श्री शिक्षायतन कॉलेज की शिक्षिका प्रो. अल्पना नायक ने ‘हिन्दी भाषा के विविध रूप’ विषय पर सारगर्भित वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए कहा कि हिन्दी अपने उत्पत्ति काल से लेकर अबतक दर्जनों रूपों में प्रयुक्त हुई है।आज हिन्दी का प्रयोग क्षेत्र बढ़ गया है। शिक्षा, रोजगार, राजनीति, साहित्य,विज्ञान ,वाणिज्य, तकनीकी आदि क्षेत्रों में हिन्दी का प्रयोग हो रहा है। इस अवसर पर हिन्दी विभाग के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां की। अंजली पाठक ने सरस्वती वंदना, ज्योति मिश्रा ने काव्य संगीत एवं नंदिनी साव लोकगीत की प्रस्तुति की तथा लाला कुमार ने हिन्दी दिवस से संबंधित एक आलेख पाठ किया।

इस अवसर पर ‘स्वरचित हिन्दी कविता लेखन’ पर एक अन्तर-महाविद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें तीस महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों ने प्रविष्टियां भेजी थी। कार्यक्रम के दौरान उनमें से 6 श्रेष्ठ प्रतिभागियों के नाम की घोषणा हुई, जो इस प्रकार है- साक्षी झा (खुलदीराम बोस सेंट्रल कॉलेज), जितेश चौबे (सेठ आनंदराम जयपुरिया कॉलेज), टीना लामा (विद्यासागर कॉलेज फॉर वीमेन), अर्चना विश्वकर्मा (बनारहाट कार्तिक ओराओन हिंदी कॉलेज), बिट्टू कौर (राजा नरेंद्र लाल खान महिला महाविद्यालय) और निखिता पांडेय (आर. बी. सी. कॉलेज फॉर वीमेन)।
विजयी प्रतिभागियों का चयन करते हुए विद्यासागर विश्वविद्यालय के डॉ. संजय कुमार जायसवाल ने कहा कि हिन्दी दिवस का यह आयोजन सृजन और संवाद की जमीन तैयार कर रहा है।विद्यार्थियों में असीम सृजनात्मक संभावनाएं हैं।
कार्यक्रम का संचालन मधु सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन राहुल गौड़ ने किया।

priti- shaw