लड़कियों से बात करने में हिचक हो अगर

लड़कियों से बात करना बहुत से लड़कों के लिए आसान नहीं होता। दरअसल, घर का माहौल ऐसा बनाया ही गया है कि अब भी इसे लेकर एक हिचक रहती है। आमतौर पर शर्म, लज्जा और हिचक जैसे शब्द लड़कियों के हिस्से ही आते हैं मगर सच तो यह है कि यह एक मानवीय स्वभाव है जिसका लिंग से कोई सम्बन्ध नहीं है। जाहिर है कि बहुत से लड़के भी बहुत कम बोलने वाले होते हैं जिनमें हिचक होती है और आज का युग है समानता का, साथ चलने का। ऐसी स्थिति में परेशानी तो बढ़ती है और अगर यह परेशानी आपके साथ भी है तो आपको इन बातों पर ध्यान देना चाहिए, क्या पता काम आ ही जाए –
लड़कियों से बात करने में अगर आपको थोड़ी भी शर्म महसूस होती है तो तुरंत इसे दूर करें क्योंकि किसी भी कार्यस्थल पर जब भी आप जाएंगे तो आपका सामना जरूर किसी न किसी महिला से होगा और अगर आप लड़कियों से बात करने में हिचकेंगे तो आपका प्रभाव बिगड़ सकता है तो जरूरी है कि परिचय लें और अपना परिचय दें।
हिचक दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है कि जिस लड़की से बात कर रहें है उससे नजरें मिलाकर बात करें। इस तरह से बात करने से आप अपनी बातों पर फोकस कर पाएंगे और आपके अंदर आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
बेतरतीब होना छोड़ें। यह आपकी छवि को नष्ट कर सकता है। किसी लड़की से मिलने से पहले अच्छी तरह तैयार होकर जाएं। कपड़े भड़कीले न हों और न ही शर्ट के बटन खुले रहें। हर बात में दो – चार गालियाँ देने की आदत है तो इसे बदल डालें। कोई रोमांटिक डेट, पिकनिक हो या फिर दफ्तर की कोई बैठक, लड़कियों को शालीनता से तैयार होने वाले लड़के पसन्द आते हैं।
ऐसा करने से आपका आधा प्रभाव तो बोलने के पहले ही पड़ जाता है और हो सकता है आपके व्यक्तित्व से प्रभावित होकर वो स्वयं ही बोलने की पहल कर दे।
इसके साथ ही अगर दोस्त बनाने की पहल करनी हो तो जब भी लड़की से मिलें तो एक बात में बात तोहफे तक न पहुँचे। पहले मुलाकात हो, फिर थोड़ी बात हो…मामला ऑल क्लीयर लगे तो भी समय लेकर इत्मिनान से विनम्रता और शालीनता से अपने दिल का हाल बताएँ। पहली ही बार में आई लव यू बोलने की गलती न करें…न भी हो तो उसे स्वीकारना सीखें और एक अच्छे दोस्त की तरह साथ रहें।
अगर चाहें तो कुछ तोहफा या सरप्राइज जरुर दें मगर बजट का बैंड बजाकर नहीं। सरप्राइज सबको बहुत पसंद होते हैं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि ये तोहफे या सरप्राइज बहुत महंगे या फिर ऐेसे न हों कि उसे बुरा लग जाए। एक बार लड़कियों से बात करना शुरु करने पर आपको अपने अंदर की झिझक खत्म होती नजर आएगी।

शुभजिता

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