कोरोना युद्ध :1000 बिस्तरों वाला अस्थायी अस्पताल हेतु परिसर देना चाहती है एडमास यूनिवर्सिटी

राज्य को दिया 10 लाख रुपये का आर्थिक सहयोग

सीएम तथा स्वास्थ्य सचिव को लिखा पत्र

पहल करने वाला पहला शिक्षण संस्थान है

 कोलकाता : कोरोना की लड़ाई में कदम आगे बढ़ाते हुए एडमास यूनिवर्सिटी ने सहायता की पहल की है। राज्य सरकार द्वारा आपात राहत कोष यानी इमरजेंसी रिलीफ फंड में 10लाख रुपये विश्वविद्यालय ने दिये हैं। इसके अतिरिक्त एडमास यूनिवर्सिटी बारासात परिसर को एक अस्थायी अस्पताल में परिणत करने के लिए यह परिसर राज्य सरकार को देने की इच्छुक है और इसके लिए प्रस्ताव भी रखा गया है। ऐसा करने वाला यह राज्य का पहला विश्वविद्यालय है। इस बाबत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा स्वास्थ्य सचिव विवेक कुमार को पत्र लिखा गया है।
एडमास यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रो. समित राय के मुताबिक परिसर में कम से कम 30 फिजिशियन सपरिवार रह सकते हैं। छात्रावास में भी 600 नर्स तथा स्वास्थ्यकर्मी रह सकेंगे। महिला तथा पुरुष नर्सों के रहने की अलग व्यवस्था परिसर में है। परिसर में 1 हजार बिस्तरों वाले एक आपात अस्पताल भी इस इलाके के लिए की जा सकेगी। इसके लिए क्लासरूम में ही वार्ड बनाये जायेंगे। इसमें कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार हो सकता है। चांसलर समित राय ने कहा कि इस समय स्थिति बहुत नाजुक है और संस्थान बुनियादी संरचना अथवा आर्थिक सहयोग कर राज्य सरकार की मदद करना चाहता है और इसकी जरूरत है। गौरतलब है कि कोरोना संकट के कारण यह विश्वविद्यालय और इसके सभी कार्यालय फिलहाल बंद हैं। यह परिसर उ. 24 परगना के जगन्नाथपुर के बैरकपुर -बारासात इलाके में हैं।

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