15 हजार पौधे, पानी में उगा रहे स्ट्रॉबेरी, लौकी और करेला जैसी सब्जियां

बरेली : अभी तक फार्म हाउस के बारे में तो खूब सुना होगा लेकिन बरेली के एक पत्रकार ने अपने मकान को हाउस फार्म में बदलकर अनूठी मिसाल पेश की है। रामवीर ने अपने मकान में ही हाइड्रोपोनिक्स विधि से अलग-अलग तरह के 15 हजार पौधे और बेल लगा रखी हैं। उनके पास 100 बीघा खेत भी हैं, जहां वह ऑर्गेनिक खेती करते हैं।
एक घटना ने दिखाई राह
जीवन में एक घटना के बाद रामवीर ने ठान लिया कि वह अब ऑर्गेनिक खेती ही करेंगे। बात 2016 की है। उनके दोस्त के चाचा का कैंसर से निधन हो गया। वह कोई नशा नहीं करते थे। बाद में डॉक्टरों ने बताया कि इसकी वजह कीटनाशक हो सकते हैं जो सब्जियों और हमारे घरों में आने वाले अन्य खाने की चीजों में इस्तेमाल किए जाते हैं। उसके बाद से एक अभियान के तौर पर रामवीर ऑर्गेनिक खेती करने लगे।
60 रुपये किलो आटा, 150 रुपये किलो गुड़
रामवीर का पूरा ध्यान खेती पर है और अभी वह फ्रीलांसिंग ही कर रहे हैं। अब वह ऑर्गेनिक खाद्य उत्पाद भी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 60 रुपये प्रति किलो गेहूं का आटा बेच रहे हैं। चावल 130 रुपये प्रति किलो और गुड़ का पाउडर 150 रुपये किलो बिकता है। वह छोटे किसानों को नि:शुल्क प्रशिक्षण भी देते हैं।
हाइड्रोपोनिक्स विधि पर एक नजर
केवल पानी में या बालू या कंकड़ों के बीच नियंत्रित जलवायु में बिना मिट्टी के पौधे उगाने की तकनीक को हाइड्रोपोनिक कहते हैं। हाइड्रोपोनिक शब्द की उत्पत्ति दो ग्रीक शब्दों ‘हाइड्रो’ और ‘पोनोस’ से मिलकर हुई है। हाइड्रो का मतलब है पानी, जबकि पोनोस का अर्थ है कार्य।
( साभार – नवभारत टाइम्स)

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