63 प्रतिशत दिल्लीवालों की नींद नहीं होती पूरी

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नयी दिल्ली । दिल्ली के 63 प्रतिशत लोग ऑफिस में काम करते हुए झपकी लेते हैं। उन्हें नींद आती रहती है। रात को अच्छी और पूरी नींद नहीं सो पाने की वजह से उन्हें दिन में काम के दौरान नींद आती है। एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है और लोगों ने खुद इसे स्वीकार किया है। डॉक्टर के अनुसार, 8 घंटे की नींद सबके लिए जरूरी है। वजह चाहे जो भी हो, अच्छी नींद न आने पर इसका असर शारीरिक और मानसिक दोनों स्तर पर होता है। इसके लिए स्लीप हाइजीन को बेहतर करना जरूरी है।
सर्वे में नींद नहीं आने की वजह
88 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया कि रात में बेड पर मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं
38 प्रतिशत लोग अपने भविष्य की चिंता में नींद गंवाए बैठे हैं
33 प्रतिशत लोग इनसोमेनिया को इसकी वजह मानते हैं
45 परसेंट लोगों ने बेडरूम के वातावरण को वजह बताया है
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64 प्रतिशत दिल्लीवाले 11 बजे के बाद बिस्तर पर जाते हैं
63 प्रतिशत दिल्लीवाले वर्किंग आवर यानी ऑफिस में झपकी लेते हैं
34 प्रतिशत लोगों ने इसकी वजह सोशल मीडिया के इस्तेमाल को बताया
29 प्रतिशत लोग सुबह सात से आठ बजे सोकर उठते हैं ।
विशेषज्ञों के मुताबिक 8 घंटे की नींद जरूरी है। ऐसी नींद नहीं, जिसमें किसी तरह का डिस्टर्बेंस न हो। अगर ऐसा नहीं होता है तो इससे मानसिक तनाव बढ़ता है और इसका असर पूरे शरीर पर होता है। उन्होंने कहा कि जिस वजह से नींद नहीं आती है, उस पर गौर करें, उसे दूर करने की जरूरत है। इसे स्लीप हाइजीन कहा जाता है। कोई बेड पर पड़ा रहता है, टीवी देखता रहता है, बेड पर मोबाइल स्क्रॉल करता रहता है, उन्हें इसकी वजह से नींद नहीं आती। उन्हें यह आदत सुधारनी होगी। बेडटाइम पर टीवी न देखें, बेड पर जाने से 45 मिनट पहले मोबाइल या किसी गैजट का इस्तेमाल न करें।
स्लीप हाइजीन कैसे बेहतर करें
रोजाना व्यायाम करें
सोते समय मोबाइल और टीवी न देखें
कैफीन का इस्तेमाल न करें, संभव हो तो दूध या ग्रीन टी पीएं
स्मोकिंग न करें, स्ट्रेस से बचें
बीच-बीच में ब्रेक लें
सोने से पहले किताब पढ़ें, ऑनलाइन नहीं, हार्ड कॉपी

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